Tuesday, December 23, 2008

नया रास्ट्रीय गीत जवान दिलोंके लिए

फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो - (२)
तुम चलो ...तो हिंदुस्तान चले - (४)
( लगाओ हाथ के सूरज सुबह निकला करे
हथेलियों भरे धुप और उछाला करें ) --(२)
उफक पे पाव रखो और चलो अकड़ के चलो
फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो - (२)
तुम चलो ...तो हिंदुस्तान चले - (४)

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