Monday, October 20, 2008

Dubai highway

यह कविता मूल गुजराती भाषा में है।
दुबई Highway

सवार नि चहलपहल
cafeteria नि चाय साथे
सरू थातो दिवस
बपोर सुधिमा
गर्मिने लप्ऐ ने
सुई जातु नगर

सरीर न रोमरोम महिथि जरता
अमिज़रना ने
सुक्वता गली ओ माँ
air conditioner माथि वछुटता
गर्म पवनो
अने एवि जे रीते
गर्मी थी उकली ने चलता
रास्ता ओ ।

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