पलपलनो आनंद
वर्तमानमा जीव्यो।
बुद्धिने मूकी बाजुए
आत्मामा जीव्यो।
आवी निर्णायक घड़ी
जीवनमा त्यारे....
हु मोतपर हँस्यो
ने मोत मारी उपर।
उछीना स्वास लाई
देवू चुक्व्यु फाईलोनु
गिरवे मूकी आंशुओ
देवू चुक्व्यु हाश्योनु
हाथताली दई लोकोने,
आवी पुग्यो छू अही
ने हु मोतपर हँस्यो,
ने मोत मारी उपर।
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